आत्महत्या की कोशिश, डिटेन्शन कैम्प से रिहाई फ़ज़र अली की कहानी
15, Sep 2021 | CJP Team
जब फज़र अली को अचानक पता चला कि उसे विदेश घोषित कर दिया गया है तो वह हताश होकर ब्रह्मपुत्र में कूद पड़ा. आत्महत्या के प्रयास से किसी तरह बच तो गया, मगर जेल से नहीं! फज़र अली दो साल से गोआलपाड़ा डिटेंशन कैम्प में क़ैद था.
जिसे CJP की मदद से रिहाई मिली, वह अपने घर में अपनी पत्नी के साथ है, और पहली बार अपने बेटे जहांगीर से मिल रहा है, क्योंकि जब फज़र अली क़ैद हुआ तब उसकी पत्नी गर्भवती थी.
असम में फज़र अली की तरह अनगिनत लोग हैं जिन तक CJP की टीम पहुंचना चाहती है, यह तभी मुमकिन हो सकता है जब आप हमारा साथ दें.
दिल खोल कर डोनेट करें.
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