आवाम और ग्राम सभा का सशक्तिकरण इस टूलकिट का उद्देश्य समुदाय का वनों पर स्व-शासन के संवैधानिक अधिकार को मज़बूत करना है।

05, Oct 2020 | CJP Team

गांधी जयंती के दिन ग्राम सभा प्रस्ताव लिखने के लिए हम एक टूलकिट “आवाम की सत्ता, ग्राम सभा  की सत्ता” जारी कर रहे हैं। गांधीजी ने कहा था – “स्वतंत्रता, शक्ति और आत्मनिर्भरता से आती है”।

यहां ‘आत्मनिर्भरता’ का मतलब हाशिए पर रह रहे लोगों का शोषण कर व्यवसायों और पूँजी के हितों को बढ़ावा देना नहीं है। बल्कि, जंगल के संदर्भ में यह उन आदिवासियों और जंगल वासियों द्वारा अपने अधिकार के दावे का एक साधन है, जिन्हें तथाकथित ‘विकास’ के एजेंडे के कारण हाशिये पर धकेल दिया गया है।
सिटीज़न्स फ़ॉर जस्टिस एंड पीस (CJP) ने हमेशा किसानों के अधिकारों और भारत के कृषि समुदायों के संघर्ष का समर्थन किया है, और ये विधेयक इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. किसानों और आदिवासियों के लिए CJP द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करने के लिए योगदान दीजिए.

इस टूलकिट का उद्देश्य समुदाय का वनों पर ग्रामसभा के स्व-शासन के संवैधानिक अधिकार को मज़बूत करना है। गांधी जयंती पर हम LRC में आप सभी के साथ हमारे छोटे से इस प्रयास को साझा कर रहे हैं। टूलकिट का एक अंग्रेजी संस्करण पहले ही जारी किया जा चुका है। हम जल्द ही आप सभी के साथ ओडिया टूलकिट साझा करेंगे। टूलकिट का मराठी और तेलुगु अनुवाद भी चल रहा है।हमें आपके साथ टूलकिट का हिंदी अनुवाद साझा करने में काफी ख़ुशी हो रही है। हम आशा करते हैं कि यह टूलकिट उपयोगी साबित होगा। हम आप सभी से अनुरोध करते हैं कि कृपया इसे व्यापक रूप से साझा करें!

 

 

और पढ़िए-

भारत में किसानों, कृषि श्रमिकों और वन श्रमिकों के अधिकार

आदिवासियों और वनवासियों के साथ फिर हुआ धोखा

खाद्य संप्रभुता बचेगी तभी होगा भारत आत्मनिर्भर

 

Leave a Reply

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Go to Top
Nafrat Ka Naqsha 2023