NBDSA ने Times Now Navbharat को ‘मदरसा जिहाद’ नामक प्रोग्राम पर एक्शन लिया है. CJP की शिकायत के आधार पर NBDSA ने पत्रकारिता के नैतिक दायरे को तोड़कर मदरसों को आतंकवाद और इससे संबंधित गतिविधियों का गढ़ बताने वाले इस प्रोग्राम के वीडियो को हटाने का आदेश दिया है.
नफ़रती बयानों को रोकने की कड़ी में CJP ने एक और बड़ी जीत दर्ज की है. NBDSA ने CJP की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए Times Now Navbharat के नवंबर 2022 को प्रसारित वीडियो को हिंसा उकसाने वाली सामग्री करार देते हुए इसे सभी प्लेटफॉर्म से हटाने का आदेश दिया है. इस प्रोग्राम के ख़िलाफ़ एडवोकेट अपर्णा भट्ट और सहयोगी मारिना करिश्मा ने NBDSA के समक्ष CJP का पक्ष रखा.
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6 जून को जारी आदेश में NBDSA ने कहा- ‘NBDSA ने फ़ैसला लिया है कि कि प्रसारक को भविष्य में ज़्यादा सतर्क रहने की चेतावनी के साथ आदेश जारी किया जाएगा.’
NBDSA ने चैनल से कहा कि- ‘यदि प्रसारित वीडियो अभी भी चैनल की वेबसाइट, यूट्यूब आदि पर मौजूद है तो उसे हटा लें, इसके साथ ही सभी हाईपर लिंक्स भी हटा लें और आदेश के 7 दिनों के अंदर NBDSA को लिखित रिपोर्ट सौंपकर इसकी सूचना दें.’
NBDSA के मुताबिक़ चैनल ने ‘मज़हबी और नस्लीय सद्भाव से जुड़ी रिपोर्ट को पेश करने के लिए तय नियमों’ का पालन नहीं किया है जिसके हिसाब से जातीय और मज़हबी धारणाएं तय करने से बचाना चाहिए और किसी जाति या मज़हब को बदनाम करने की गुंजाइश वाली, उनकी संवेदनाओं को चोट पहुंचाने वाली या मज़हबी एकता को तोड़ने वाली सामग्री पेश करने में ख़ास सावधानी बरतनी चाहिए.
इसके साथ ही NBDSA ने ये भी कहा कि ‘अगर प्रसारक मदरसे में जारी किसी क़िस्म की ग़ैरक़ानूनी गतिविधियों पर आंकड़ों की बुनियाद पर कोई रिपोर्ट करता तो कोई मुश्किल नहीं थी लेकिन इस प्रसारण में उत्तर प्रदेश सरकार के एक सर्वे को आधार बनाकर दावा पेश किया गया कि मुल्क में ‘मदरसा जिहाद’ जन्म ले रहा है, जिससे यह छवि तैयार होती है कि हर मदरसा आतंकवाद और उससे जुड़ी गतिविधियों का ठिकाना है. सर्वे के नतीजों को पेश करने के दौरान जारी दलीलें न सिर्फ़ भटकाने वाली हैं बल्कि ये प्रसारण के लिए तय नैतिक पैमानों का उल्लंघन भी है.’
आदेश की पूरी कॉपी यहां पढ़ें-
क्या है पूरा मामला?
11 नवंबर, 2022 को Times Now Navbharat पर ‘’ ‘मदरसा जिहाद’ पर बड़ा ख़ुलासा, मज़हबी तालीम का 491 तंत्र’’ के नाम के साथ एक डिबेट शो प्रसारित किया गया था. नैना यादव और राकेश पांडे के संचालन में ये डिबेट उत्तर प्रदेश सरकार के कुछ ज़िलों के मदरसों की सर्वे- रिपोर्ट की बुनियाद पर तैयार किया गया था. इसमें कथित तौर पर यह दावा किया गया था कि नेपाल बार्डर के क़रीब बहराइच शहर में मौजूद 792 मदरसों में से 491 मदरसे बिना लाइंसेंस के चल रहे हैं. इस ख़बर का संज्ञान लेते हुए चैनल ने डिबेट शो के ज़रिए दावा किया कि बहराइच में ‘मदरसा जिहाद’ हो रहा है.
CJP ने 5 दिसंबर 2022 को NBDSA में शिकायत करते हुए चैनल के आंकड़ों को पेश करने के तरीक़े और रवैये पर गहरी चिंता जताई. शिकायत में कहा गया कि ‘मदरसा जिहाद’, ‘M- Factor’ जैसे भड़काऊ शब्दों का इस्तेमाल करके चैनल सांप्रदायिक तनाव और नफ़रत में इज़ाफ़ा कर रहा है. शिकायत में यह भी कहा गया कि कैसे ‘जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है. जिहाद शब्द जोड़कर मुख्यधारा के चैनल संप्रदाय की ग़लत छवि गढ़ रहे हैं. किसी भी ख़बर में मुसलमान की मौजूदगी पर पर न्यूज़ चैनल ‘जिहाद’ का तमग़ा देने की कोशिश में जुट जाते हैं.
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