Times Now Navbharat हिंदू अवाम को भड़काने और मुसलमान तबक़े के ख़िलाफ़ हिंसा उकसाने के लिए अतिवादी नफ़रत से सींचे प्रोग्राम्स के लिए लगातार चर्चा में रहता है. समाज में मज़हबी मतभेदों .को रोकने के लिए इनके ख़िलाफ़ क़दम उठाने की ज़रूरत को समझते हुए CJP ने शिकायत दर्ज की है। दायर 3 शिकायतों में मई, 2022 में प्रसारित 3 डिबेट शो और 1 न्यूज़ रिपोर्ट का ज़िक्र किया गया है.
- मदरसा डिबेट
‘‘मदरसों पर नकेल, नहीं चलेगा विदेशी फंडिंग का खेल?” के नाम से प्रसारित डिबेट शो को CJP ने कटघरे में खड़ा किया है. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के पिछले साल के एक सर्वे का हवाले का सहारा लिया गया था जिसमें 8,841 मदरसों के ग़ैरक़ानूनी तौर पर चलने का कथित दावा पेश किया गया था. इसमें यह भी दावा शामिल था कि सरकार 4,000 मदरसों पर नकेल कसने की राह पर है. पेश कार्यक्रम में इस सर्वे को आगे रखते हुए कहा गया कि मदरसे विदेशी फंडिंग से चल रहे हैं और अनेक मदरसों के पास फंडिंग का ज़रिया साबित करने के लिए ठोस काग़ज़ात नहीं हैं. बहस के दौरान इंडो-नोपाल बॉर्डर पर तेज़ी से फैलते मदरसों और मदरसे की तालीम को घेरते हुए VHP के एक स्पीकर ने कहा-
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‘‘बॉर्डर के नज़दीकी इलाक़ों में मदरसे तेज़ी से फैल रहे हैं, वहां बच्चे अलग से आंतंकवाद का सबक़ हासिल करते हैं और बच्चों का ब्रेनवॉश करके उन्हें जिहाद की तालीम दी जाती है.’’ इस ज़हरीले बयान के जवाब में डिबेट में शामिल मुसलमान स्कॉलर हाजी रंगरेज़ ने होस्ट और दूसरे सहभागियों से कम से कम एक ऐसे मदरसे का नाम उजागर करने की मांग की जहां आतंकवाद की तालीम दी जाती हो. इसके बाद डिबेट को चलाने वाले होस्ट ने चर्चा में इस सवाल को अहमियत देने की जगह इसे ख़ारिज कर दिया. इससे पहले स्क्रीन पर मदरसे में नमाज़ अदा करते बच्चों को दिखाकर इस ख़तरनाक पूर्वाग्रह को तूल दिया जा रहा था. इसी बीच होस्ट ने एक और डाटा भी पेश किया जिसमें लिबास, मदरसा और आंतंकवाद को जोड़कर पेश किया गया है. CJP ने दर्ज शिकायत में कहा-
‘‘इस प्रोग्राम का मक़सद साफ़ है. इससे ये तस्वीर पेश की जा रही है कि मदरसे संदिग्ध फंडिंग हासिल करते हैं और इन्हें बॉर्डर के किनारे स्थापित कर यहां बच्चों का ब्रेनवॉश करके आतंकवादी बनने की ट्रेनिंग दी जाती है. इस चैनल में इस तरह के वक्ताओं को वक़्त दर वक़्त ऐसे डिबेट में शामिल होने की पूरी छूट है जिसमें अतिवादी और बेबुनियाद विचारों के ज़रिए अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाया जाता है. इसके बाद फिर चैनल दावा पेश करता है कि वो सहभागियों के विचार से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखते हैं.’’
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- ऑपरेशन मज़ार
अल्पसंख्यक समुदाय के बुनियादी क़ानूनी हक़ और आज़ादी पर हमला करने के पुराने मंसूबे के तहत ऑपरेशन मज़ार प्रोग्राम के ज़रिए भी Times Now Navbharat ने हिंदू अवाम को उकसाने का प्रयास किया है. “धामी सरकार का ‘ऑपरेशन मज़ार’, ‘गजवा-ए- हिंद’ की साज़िश के किससे जुड़े तार?” में एक रिपोर्टर ने उत्तराखंड़ में मुसलमानों के क़ब्रिस्तान, दरगाह, मज़ार की ज़मीन को हिंदुस्तान पर क़ब्ज़ा करने के ‘‘ग़ज़वा ए हिंद’’ नामी मनगंढ़ंत मक़सद से जोड़ते हुए जनता में मज़हबी मतभेदों का तूल देने की कोशिश की. इस दौरान रिपोर्टर ने हरिद्वार को देवभूमि बताते हुए मुसलमान समुदाय की बुनियादी गरिमा पर हमले करने वाले अल्फ़ाज़ जैसे ‘’लैंड जेहाद’’ और ‘’मज़ार जेहाद’’ का इस्तेमाल किया. इसमें रिपोर्टर ने अवाम से ‘’मज़ार जेहाद का मास्टरमाइंड कौन?’’ का सवाल खड़ा किया.
दर्ज शिकायत में CJP ने कहा कि – ‘’अगर चैनल का मक़सद सिर्फ़ सरकारी रिपोर्ट की बुनियाद पर ग्राउंड रिपेर्ट दर्ज करना है तो इसे आंकडों की बुनियाद पर पेश किया जाना चाहिए और इसमें विकास के हाशिए पर रह रहे विशेष अल्पसंख्यक समुदाय की तरफ़ इशारा नहीं होना चाहिए.’’
इस शिकायत में हिंदू-मुसलमान झड़प के बाद उत्तरकाशी में मुसलमानों की दुकानों बंद करवाने और इलाक़े से पलायन की हालिया घटना का भी ज़िक्र करते हुए कहा गया है कि –
‘’कोई भी इस बात को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकता है कि इस तरह की मीडिया रिपोर्ट का लोगों की ज़िन्दगी और ख़ास तौर पर मुसलमान समुदाय पर सीधा असर पड़ता है.’’
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3- विवादित बयान पर विवाद
इन दिनों हसन मदनी का वो बयान सुर्खियां बटोर रहा है जिसमें उन्होंने हिंदू राष्ट्र की बात करने वालों को देशद्रोही बताया है. Times Now Navbharat ने मदनी के इस बयान पर भी एक डिबेट आयोजित कर ज़हरीले राष्ट्रवादी विचारों को तूल दी है.
इस कार्यक्रम में हिंदू समुदाय की अगुवाई करने के लिए समाजवादी पार्टी के MLA स्वामी प्रसाद मौर्या और हिंदू संत महंत राजू दास को बुलाया गया था. डिबेट के दौरान जहां स्वामी प्रसाद मौर्या ने हिंदू-राष्ट्र की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए हिंदुस्तान के हमेशा से हिंदू राष्ट्र होने का दावा किया तो वहीं दूसरी तरफ़ महंत राजू दास ने माजिद हैदरी से ‘जय श्री राम’ का नारा लगाकर अमनपरस्ती और मुल्कपरस्ती साबित करने की मांग की.
Times Now Navbharat के नफ़रत भड़काने वाले इस प्रोग्राम पर भी CJP ने ज़रूरी एक्शन लेते हुए शिकायत दर्ज की है.
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