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नूपुर शर्मा के समर्थन में तलवार बांटने पर हिंदू सेना के खिलाफ CJP ने NCM का रुख किया

सीजेपी ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) में कट्टरपंथी संगठन हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता और दिल्ली अध्यक्ष दीपक मलिक द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में तलवार बांटने की शिकायत दर्ज कराई है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और नेता नवीन जिंदल के समर्थन में 19 जून, 2022 को दिल्ली के राजौरी गार्डन में विश्वगिरि मंदिर में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि उक्त कार्यक्रम हनुमान चालीसा के पाठ के साथ शुरू हुआ और कथित तौर पर तलवार बांटे जाने के साथ समाप्त हुआ। हिंदू सेना के मलिक ने तो तलवार बांटे जाने के ऐसे किसी भी दावे से इनकार किया है लेकिन, गुप्ता ने ऐसा नहीं किया।

शिकायत में द न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित मलिक के बयान को भी उद्धत किया गया है जिसमें उन्होंने कहा था, “हमने तलवारें वितरित नहीं कीं। लोग नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के समर्थन के प्रतीक के रूप में अपने घरों से तलवारें लेकर आए थे। उन्होंने दावा किया कि संगठन के सहयोगी एक गुरुद्वारे से केवल तीन-चार तलवारें लाए थे और उन्हें सिर्फ तस्वीरें क्लिक करने के लिए लोगों को दिया था। मलिक के बयान के विपरीत गुप्ता ने खुले तौर पर कहा, “हमने अपनी हिंदू महिलाओं की सुरक्षा के लिए तलवारें बांटी थीं। यह केवल आत्मरक्षा के उद्देश्य से था।” उन्होंने आगे दावा किया कि हिंदू सेना ने दिल्ली एनसीआर में लगभग 10,000 तलवारें वितरित की थीं। उसी रिपोर्ट के अनुसार मलिक ने कहा कि कार्यक्रम इनडोर और व्यक्तिगत था इसलिए पुलिस की अनुमति नहीं ली गई थी।

सीजेपी हेट स्पीच के उदाहरणों को खोजने और प्रकाश में लाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि इन विषैले विचारों का प्रचार करने वाले कट्टरपंथियों को बेनकाब किया जा सके और उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सके। हेट स्पीच के खिलाफ हमारे अभियान के बारे में अधिक जानने के लिए, कृपया सदस्य बनें। हमारी पहल का समर्थन करने के लिए, कृपया अभी दान करें!

शिकायत में हिंदू सेना के ट्रैक रिकॉर्ड को भी बताया गया है, जिसके अनुसार:

11 जून

11 जून को दक्षिणपंथी संगठन ने दावा किया था कि दिल्ली पुलिस ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में आयोजित मार्च के दौरान उसके 12 वॉलंटियर को हिरासत में लिया था। विष्णु गुप्ता ने द क्विंट से कहा था, “अगर नुपुर शर्मा ने कुछ गलत कहा है, तो उनके कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए और पथराव से समाज को आतंकित नहीं करना चाहिए। भारत सरकार को ऐसे दंगाइयों की एनएसए के तहत जांच करनी चाहिए और उऩकी अंतरराष्ट्रीय फंडिंग की भी जांच करनी चाहिए।

फरवरी 2022

फरवरी 2022 में, हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष, विष्णु गुप्ता ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर शैक्षणिक संस्थानों में सभी प्रकार के हिजाब, बुर्का या इस्लामी प्रतीक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। न्यूज़ नाइन की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें कथित तौर पर यह कहते हुए उद्धृत किया गया था, “हिजाब एक सुरक्षा खतरा है। हिजाब या बुर्का पहनकर कोई भी अपना भेष बदल सकता है, कोई नहीं जानता कि वे कुछ छुपा रहे हैं या नहीं। कल, अगर कोई मुस्लिम लड़की नौकरी के लिए आवेदन कर रही है, तो वह वहां भी हिजाब पहनेगी, जिससे उसे नौकरी मिलने की संभावना कम हो जाएगी क्योंकि वह उस जगह के ड्रेस कोड का पालन नहीं कर रही होगी। लोग शिक्षा प्रणाली और संस्थानों का इस्लामीकरण करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे रोका जाना चाहिए।”

सितंबर 2021

सितंबर 2021 में, दिल्ली पुलिस ने अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के आधिकारिक आवास में कथित रूप से तोड़फोड़ करने के आरोप में हिंदू सेना के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया था।

जनवरी 2021

जनवरी 2021 में, सिंघू बॉर्डर पर किसानों के खिलाफ हिंदू सेना द्वारा एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया था, जिसमें किसानों को उस क्षेत्र को खाली करने का अल्टीमेटम दिया था। ऑल्ट न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, विष्णु गुप्ता ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा था, “आज, स्थानीय हिंदू सेना के कार्यकर्ता स्थानीय क्षेत्र के निवासियों के साथ किसानों के बीच सिंघू बॉर्डर पर गए और खालिस्तान समर्थकों के खिलाफ नारे लगाए और किसानों से रोड़ खाली करने की अपील की। हिंदू सेना ने खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी कि वे सरकार से बात करके 24 घंटे में अपनी समस्याओं का समाधान करें और सिंघू बॉर्डर और सड़क को खाली कर दें।

फरवरी 2020

फरवरी 2020 में, हिंदू सेना के सदस्यों ने कोयंबटूर में वेलेंटाइन डे पर विरोध प्रदर्शन किया और उन्होंने कथित तौर पर कार्ड फाड़ दिए और कोयंबटूर जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर उनमें आग लगा दी।

हिंदू सेना की बढ़ती ताकत और लोगों पर उसके प्रभाव के बारे में अधिक जानकारी देते हुए, शिकायत हिंदू सेना द्वारा आयोजित कार्यक्रम और अप्रैल 2022 में असम में हिंदुत्व नेता प्रवीण तोगड़िया के नेतृत्व में अंर्तराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) द्वारा आयोजित कार्यक्रम के बीच समानता दर्शाती है, जहां खुलेआम तलवारें बांटी गईं और मुस्लिम विरोध की शपथ ली गई। इस तरह का एक और कार्यक्रम गुजरात में एएचपी द्वारा आयोजित किया गया था जहां उन्होंने मुस्लिम विरोधी भाषण दिया और कथित तौर पर लगभग 5,100 तलवारें और त्रिशूल वितरित किए।

शिकायत की प्रति यहां पढ़ी जा सकती है:

 

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