असम: 13 साल से ‘संदिग्ध नागरिक’ रहने के बाद, 55 वर्षीय मुमताज बेगम, एक दिव्यांग महिला, ने आखिरकार 25 अगस्त, 2022 को राहत की सांस ली। CJP के लगातार प्रयासों से, जो छह महीने से अधिक समय तक अदालतों में और उसके बाद भी चला, आखिरकार उसे भारतीय घोषित कर दिया गया।
जैसे ही यह जीत मुमताज की आँखों में रोशनी लाती है, आइए उनकी यात्रा पर एक नज़र डालें और कैसे CJP के हस्तक्षेप ने उन्हें अपने ही देश में एक ‘संदिग्ध नागरिक’ कहलाने से मुक्त कर दिया।
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