अगहनी जुमा के दिन काशी में मुकद्दस इबादत की चार सौ साल पुरानी परंपरा निभाई जाती है। ये मिसाल है गंगा-जमुनी तहज़ीब की, एकता और सद्भाव की। क्या है अगहनी जुमा ? वाराणसी से CJP ग्रासरूट फेलो फजलुर रहमान की रिपोर्ट |
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