Site icon CJP

देखिए कैसे असम की एक नेत्रहीन महिला के लिए CJP एक उम्मीद की किरण बनती है

Nanda Shantibala

यह एक 62 वर्षीय महिला शांतिबाला रे की कहानी है, जो नेत्रहीन है और लगभग चार वर्षों से असम के डिटेंशन कैंप में बंद थी।

CJP ने उन्हें डिटेंशन कैंप से सफलतापूर्वक रिहा करवाया, लेकिन इसके बावजूद वह अपनी विकलांगता और गरीबी के कारण अपने दैनिक जीवन में संघर्ष कर रही थी और इसलिए CJP उनकी मदद करने फिर से पहुंची।

जानिए हम कैसे असम में नागरिकता के सवालों से जूझते लोगों की मदद करते है।

RELATED:

CJP Impact: Mother of five becomes 32nd inmate to be released from Assam Detention Camp

Victory! CJP helps two more Assam detention camp inmates get released on bail

Detention Camp survivor’s family pleads that they be spared further misery